KVPY का मतलब है Kishore Vaigyanik Protsahan Yojana
इस प्रोग्राम का पर्पस स्टूडेंट्स को साइंस के रिसर्च फील्ड में करियर बनाने के लिए एंकरेज करना है।
यह एक ऑनलाइन एग्जाम होता है जिसमें सिलेक्शन उन स्टूडेंट्स में से किया जाता है जो 11th क्लास से लेकर बेसिक साइंस के किसी भी अंडरग्रेजुएट के फर्स्ट ईयर में हो। जैसे B. Sc, B.S, B.Stat, B.Math, Integrated M.Sc, Integrated M.S और जिनमें साइंटिफिक रिसर्च का एप्टीटुड भी हो।
एप्टीटुड टेस्ट होने के बाद शार्ट लिस्टेड स्टूडेंट्स का इंटरव्यू होता है और फ़ेलोशिप के लिए एप्टीटुड टेस्ट और इंटरव्यू दोनों के मार्क्स कंसीडर किए जाते हैं।
इसमें मल्टीप्ल चॉइस क्वेश्चन पूछे जाते हैं। इस एग्जाम का समय 3 घंटे होते हैं और टोटल मार्क्स 100 होते हैं।
इस पेपर में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथेमेटिक्स और बायोलॉजी सब्जेक्ट्स के सवाल पूछे जाते हैं और इस एप्टीटुड टेस्ट की तैयारी के लिए आपको NCERT की बुक्स जरूर पढ़नी चाहिए।
KVPY एप्टीटुड टेस्ट में कैंडिडेट्स की रीजनिंग और एनालिटिकल एबिलिटीज को एवलुएटेड किया जाता है और कैंडिडेट को टोटल मार्क्स में से 75% मार्क्स लाने जरुरी होते हैं।
एप्टीटुड टेस्ट क्लियर करने वाले कैंडिडेट इंटरव्यू राउंड में पहुंचते हैं जहाँ साइंस और रिसर्च फील्ड में उनकी नॉलेज, एबिलिटीज और एप्टीटुड रिलेटेड एडिशनल इनफार्मेशन ली जाती है।
एप्टीटुड टेस्ट और इंटरव्यू के परफॉरमेंस के बेस पर सलेक्ट हुए कैंडिडेट्स को KVPY फेलोशिप या स्कॉलरशिप दी जाती है.