यहाँ पर रोड को बनाने में जो भी खर्चा हुआ है उसकी वसुलात वाहन चालकों से की जाती है जो कि उस रोड पर वाहन चलाते हैं। जब यह रोड बनाने की लागत पूरी वसूली ली जाती है तब टोल प्लाजा बंद कर दिया जाता है।
टोल प्लाजा में जो रकम वाहन चालकों से वसूली जाती है उसे ही Toll Tax कहते हैं।