कहानी: “एक अनोखा प्यार और रहस्य” : Cartoon love story
एक छोटे से शहर में दो दोस्त रहते थे—राहुल और नेहा। दोनों की दोस्ती इतनी गहरी थी कि लोग उन्हें भाई-बहन समझते थे, लेकिन उनके दिल में कुछ और ही चल रहा था। राहुल एक शांत और समझदार लड़का था, जबकि नेहा चुलबुली और सपनों में जीने वाली लड़की थी। एक दिन स्कूल के बाद नेहा ने राहुल से कहा, “चलो, आज कुछ नया करते हैं। जंगल में वो पुराना किला देखने चलते हैं।” राहुल ने हँसते हुए कहा, “तुझे हर बार कुछ नया चाहिए। ठीक है, चलते हैं।” और यहीं से उनकी cartoon love story शुरू हुई।
जंगल का किला शहर से दूर था। लोग कहते थे कि वहाँ एक राजकुमारी की आत्मा भटकती है, जो अपने खोए हुए प्यार को ढूँढ रही है। राहुल को ये सब मजाक लगता था, लेकिन नेहा को ऐसी कहानियाँ पसंद थीं। किले के पास पहुँचते ही हवा में ठंडक बढ़ गई। किला टूटा-फूटा था, लेकिन उसकी दीवारों पर पुरानी नक्काशी अभी भी साफ थी। नेहा ने कहा, “यह जगह तो किसी cartoon love story की सेटिंग जैसी है।” राहुल ने मुस्कुराते हुए कहा, “हाँ, और शायद यहाँ कोई राजकुमार भी मिल जाए।”
किले के अंदर घुसते ही उन्हें एक पुराना लocket मिला, जिसमें एक लड़की की तस्वीर थी। नेहा ने उसे उठाया और बोली, “यह कितना सुंदर है। शायद यह उस राजकुमारी का है।” तभी हवा में एक हल्की सी आवाज़ गूँजी—”मेरा प्यार…”। राहुल चौंक गया और बोला, “यह क्या था?” नेहा ने कहा, “शायद यह cartoon love story में पहला ट्विस्ट है। चलो, और अंदर चलते हैं।” दोनों आगे बढ़े, लेकिन राहुल के मन में कुछ बेचैनी थी।
किले के एक कमरे में उन्हें एक डायरी मिली। डायरी में लिखा था: “मेरा नाम राजकुमारी माया है। मैं अपने प्रेमी, राजकुमार वीर, से बिछड़ गई थी। मेरे पिता ने उसे कैद कर दिया, और मैं यहाँ मर गई। मेरा लocket मेरे प्यार की निशानी है।” नेहा की आँखों में आँसू आ गए। उसने कहा, “यह कोई साधारण cartoon love story नहीं है। यह सच्चा प्यार है। हमें वीर को ढूँढना होगा।” राहुल ने हँसते हुए कहा, “नेहा, यह सैकड़ों साल पुरानी बात है। अब क्या ढूँढेगी?” लेकिन नेहा ने ठान लिया था।
डायरी में एक नक्शा भी था, जो किले के नीचे एक गुप्त तहखाने की ओर इशारा कर रहा था। दोनों ने मिलकर एक पुराना फर्श हटाया, और नीचे सीढ़ियाँ दिखीं। राहुल ने कहा, “यह cartoon love story अब सस्पेंस से भरी हो गई है।” तहखाने में अंधेरा था, लेकिन दीवारों पर चमकते हुए चिह्न थे। एक जगह लिखा था: “सच्चा प्यार ही मुझे मुक्ति देगा।” नेहा ने राहुल का हाथ पकड़ा और बोली, “शायद हमारी दोस्ती ही इसे पूरा करेगी।”
Cartoon love story | Cartoon Story
तहखाने के अंत में एक पुराना संदूक था। संदूक खोलते ही उसमें से एक चमकदार तलवार और एक पत्र निकला। पत्र में लिखा था: “मैं वीर हूँ। मुझे यहाँ कैद किया गया था। माया का प्यार मेरी ताकत था। जो यह पढ़ेगा, वह हमारी कहानी को पूरा करे।” तभी तहखाने में एक छाया दिखी—एक लड़की की, जिसके चेहरे पर उदासी थी। नेहा ने कहा, “यह माया है। हमें कुछ करना होगा।” राहुल ने हिम्मत दिखाई और बोला, “माया, हम तुम्हारी cartoon love story को दुनिया तक पहुँचाएँगे।”
छाया ने उन्हें देखा और गायब हो गई। लेकिन तभी तहखाना हिलने लगा। राहुल ने नेहा का हाथ पकड़ा और चिल्लाया, “भागो!” दोनों किसी तरह बाहर निकले, लेकिन उनके पास अब लocket, डायरी और तलवार थी। किले से बाहर आते ही उन्हें अहसास हुआ कि उनकी दोस्ती अब पहले से कहीं ज़्यादा गहरी हो गई थी। नेहा ने कहा, “यह cartoon love story सिर्फ माया और वीर की नहीं, बल्कि हमारी भी है।” राहुल ने शरमाते हुए कहा, “हाँ, शायद मुझे भी तुझसे प्यार हो गया है।”
दोनों शहर लौटे और स्कूल में एक नाटक तैयार किया, जिसमें माया और वीर की cartoon love story दिखाई गई। नाटक के अंत में राहुल ने नेहा को लocket देते हुए कहा, “यह अब हमारा है।” पूरा स्कूल तालियाँ बजाने लगा। लेकिन उस रात, नेहा के सपने में माया आई और बोली, “तुमने मुझे मुक्ति दी। अब तुम दोनों का प्यार हमेशा रहेगा।” सुबह नेहा ने राहुल को यह बात बताई, और दोनों मुस्कुरा उठे।
उस दिन से उनकी cartoon love story शहर में मशहूर हो गई। लोग कहते थे कि राहुल और नेहा की दोस्ती से प्यार की यह कहानी सिर्फ एक नाटक नहीं, बल्कि सच्चाई बन गई। और कहीं दूर, माया और वीर की आत्माएँ भी शांति से मुस्कुरा रही थीं।