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फलों का थोक व्यापार कैसे शुरू करे | Fruit Wholesale Business Kaise Shuru Kare

फलों का थोक व्यापार कैसे शुरू करे | Fruit Wholesale Business Kaise Shuru Kare

Posted on April 12, 2022

Fruit Wholesale Business Kaise Shuru Kare, फलों का थोक व्यापार कैसे शुरू करे: नमस्कार दोस्तों, हमारे ब्लॉग पर आपका स्वगात है। आज मैं आपके लिए लेकर आयी हूँ एक नया बिज़नेस आईडिया। आज जिस बिज़नेस के बारे में मैं बात करने वाली हूँ शायद वह कुछ लोगों के लिए कोई भी बिज़नेस न लगे या हो सकता है कि बहुत ही छोटे स्तर का व्यापार लगे लेकिन यकीन मानिए अगर आप इस बिज़नेस को शुरू करते हैं तो कम लागत में आप बहुत ही अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं। मैं बात कर रही हूँ फलों के होलसेल बिज़नेस के बारे में। अगर आप फलों का होलसेल बिज़नेस शुरू करते हैं तो आप कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। बस कुछ चीजों का आपको ध्यान रखना है जैसे कि आपको दिमाग से काम लेना है क्यों कि हर बिज़नेस में दिमाग चाहिए होता है।

फलों का बिज़नेस करने के लिए कोई डिग्री की आवश्यकता नहीं है और न ही कोई बड़ी पूंजी की। ऐसा नहीं है कि इस बिज़नेस को केवल पढ़े-लिखे लोग ही कर सकते हैं। जिनके पास अधिक पैसा है वही कर सकते हैं क्यों कि कोई भी करने के लिए पैसे की जरुरत पड़ती है। यह एक ऐसा बिज़नेस है जिसे कम पढ़े-लिखे और अनपढ़ लोग भी कर सकते हैं। जिनके पास इतनी लागत नहीं है कोई और बिज़नेस को करने की वह इस बिज़नेस को कर सकते हैं। इस बिज़नेस को करने के दो तरीके हैं पहला होलसेल और दूसरा रिटेल। इस पोस्ट के माध्यम से आप जानेंगे कि फलों का थोक व्यापार कैसे करे।

 

Contents

  • 1 फलों का थोक व्यापार कैसे शुरू करे (Fruit Wholesale Business Kaise Shuru Kare)
  • 2 फलों के थोक व्यापार के लिए आवश्यक चीजें
  • 3 फलों का थोक व्यापार करने में निवेश
  • 4 फलो का रखरखाव
  • 5 सरकारी सहायता
    • 5.1 यह भी पढ़े: –

फलों का थोक व्यापार कैसे शुरू करे (Fruit Wholesale Business Kaise Shuru Kare)

 

फलों के थोक व्यापार के लिए आवश्यक चीजें

जगह: फलों का थोक व्यापार करने के लिए सबसे जरुरी जो चीज है वह है जगह। ध्यान रखे कि इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए आप जिस भी जगह का चयन कर रहे हैं वह कोई सब्जीमंडी या फलमंडी हो क्यों की इन्हीं सब जगहों पर लोग अधिकतर फल खरीदने आते हैं। जो छोटे दुकानदार है या फिर जो ज्यादा  खरीदना चाहते हैं वह फलमंडी से ही फल लेते हैं। वही फलमंडी के आसपास ही अपने लिए गोदाम की व्यवस्था करे जहाँ फलों का स्टॉक रखा जा सके या बचा हुआ माल एकत्रित किया जा सके।

श्रमशक्ति: फलों के व्यापार में बहुत ज्यादा लोगों की आवश्यकता नहीं पड़ती। यह काम आप दो लोगों में भी कर सकते हैं। दो लोग मिलकर कांटे पर फल का नापतोल, फल को पैक करके ग्राहक के हवाले करना और हिसाब किताब करना, और इसके अलावा और भी छोटे मोठे काम मिलझुलकर कर सकते हैं।

फल की पयार्प्त मात्रा में आपूर्ति: यह बहुत ही जरुरी होता है कि जिस चीज का कारोबार किया जा रहा है उसकी आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में अच्छी गुणवत्ता के साथ उपलब्ध हो। ऐसे में आवश्यक है कि वयापार करने वाले व्यापारी के पास अच्छी गुणवत्ता वाले फल होने चाहिए। आमतौर पर बड़े किसानो के द्वारा फलमंडी में फल की आपूर्ति की जाती है। इसके अलावा बहुत से ऐसे भी फल हैं जो हमारे देश में पर्याप्त मात्रा में नहीं होते हैं। भारत सरकार द्वारा वह दूसरे देशों से आयाद कराए जाने के उपरांत मंडी में पहुंचाए जाते हैं। तो आप अपनी आवश्यकता के अनुसार आयाद की हुई फल अपने व्यापार में शामिल कर सकते हैं। हर शहर में फलों के थोक वयापारी होते हैं। सब्जीमंडी की तरह फलों की मंडी भी होती है। तो बाजार से खरीदी हुई माल को रिटेल में किस भाव में बेचना है वह यहाँ के थोक व्यापारी ही बता देते हैं। उसके बावजूद शहर के अलग अलग इलाकों में फलों के अलग-अलग रेट होते हैं। फलों की रेट उसकी क्वालिटी, पैकिंग, रखरखाव, शोरूम में रखा माल, खुले में फलों की बिक्री, शहर का सस्ता और महँगा इलाका आदि पर डिपेंट करता है।

 

फलों का थोक व्यापार करने में निवेश

फलों का थोक व्यापार करने में सबसे पहला जो खर्च नजर आता है वह है गोदाम का। फल मंडी या सब्जी मंडी के आसपास ऐसी जगह ढूंढना जहाँ से आपको बिज़नेस करने में आसानी हो, तो ऐसी ऐसी जगह के लिए आपको किराया भी अच्छा खासा देना होगा। क्यों कि जगह गोदाम के अनुसार ही होगी। एक बार जगह में इन्वेस्ट करने के बाद आपको फलों को खरीदने के लिए खर्च करना होगा। फलों पर 1 लाख से 1.5 लाख रूपए तक निवेश करना पड़ सकता है। यह रकम आपके बिज़नेस के विस्तार पर भी निर्भर करती है। इसके अलावा फलों को तोलने के लिए हाथ वाले तराजू या इलेक्ट्रॉनिक तराजू की आवश्यकता होती है। कुल मिलाकर आप 2 लाख रूपए तक में इस बिज़नेस को बेहद अच्छे से शुरू कर सकते हैं, बिना किसी कटौती के।

 

फलो का रखरखाव

फल महंगी होने के साथ संवेदनशील भी होती है इसलिए जरुरी है कि इसपर अच्छी तरह से रखरखाव की जाए अन्यथा थोड़ी सी लापरवाही के कारन बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। साथ ही इस पर भी ध्यान देने की जरुरत है कि फल ज्यादा बासी न हो दिखने में ताजा और साफ दिखे। जिससे ग्राहक संतुष्ट होकर आसानी से खरीद सके।

 

सरकारी सहायता

अन्य व्यापार के तरह इस व्यापार के लिए और लघु उद्दोग को बढ़ावा देने हेतु भारत सरकार व प्रदेश सरकार के द्वारा सब्सिडी और लोन की सहायता दी जाती है। लोन प्राप्त करने के लिए व्यापार का रजिस्ट्रेशन कराने के उपरांत आधार कार्ड समेत अन्य जरुरी दस्ताबेज लगाकर पोर्टल पर ऑनलाइन लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।

तो देखा आपने आप फलों का बिज़नेस कितनी कम लागत में शुरू कर सकते हैं। और इससे अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं।

उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी “Fruit Wholesale Business Kaise Shuru Kare” जरूर पसंद आयी होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो आप इसे अपने दोस्तों को शेयर करे और अगर आपके मन में इस पोस्ट को लेकर कोई सवाल है तो फिर आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बता सकते हैं।

 

यह भी पढ़े: –

LED Light Manufacturing Business कैसे शुरू करें
पेट्रोल पंप कैसे खोले पूरा प्रोसेस 

 

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