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कैडबरी चॉकलेट की सफलता की कहानी

कैडबरी चॉकलेट की सफलता की कहानी | Cadbury Chocolate Success Story in Hindi

Posted on August 4, 2021

 

कैडबरी चॉकलेट की सफलता की कहानी  Cadbury Chocolate Success Story in Hindi

दोस्तों अक्सर देखा गया है कि बच्चे ही नहीं बल्कि बड़े भी दूध सब्जी और फल खाने से बचते हैं लेकिन अगर उनके सामने वही चॉकलेट का ऑप्शन रखा जाए तो शायद ही कोई इसे मना करेगा। इसका शानदार रंग, मख़मली चिकनी बनावट, महक और स्वाद जैसे बहुत सारे गुण है जो आसानी से सबको अपनी ओर खिंच लेते है। और अगर उन चॉकलेट की बात कर ही रहे हैं तो सबसे पहले हमारे दिमाग में जो ब्रांड आता है वह है कैडबरी।

यु तो बाजार में आपको बहुत सारे चॉकलेट मिल जाएंगे लेकिन कैडबरी जैसा कोई भी नहीं। चाहे बात करे इसकी डेरी मिल्क की या फिर फाइव स्टार की या फिर जेम्स को ही क्यों न ले लें। इस चॉकलेट को टक्कर देने वाले इसके आसपास भी नजर नहीं आते। और इसके स्वाद के साथ-साथ इसकी स्टोरी भी काफी इंटरेस्टिंग है जिसे जानकर आपको बड़ा मजा आने वाला है।

 

कैडबरी चॉकलेट की सफलता की कहानी  (Cadbury Chocolate Success Story in Hindi)

दोस्तों कहानी की शुरुवात होती है जॉन कैडबरी नाम के एक बच्चे से जिसका जन्म करीब 216 साल पहले ब्रिटैन के बर्मिंघम में हुआ था। जॉन एक कोकर्स धर्म से तालुक रखते थे और इस धर्म की लोगों की अपनी अलग ही मान्यता थी। वे वह चर्च या फिर किसी भी धार्मिक संस्था से नहीं जुड़े हुए थे। ईस्वर और अपने बीच उन्हें किसी की भी मौजूदगी पसंद नहीं थी।

अपनी अलग मान्यता होने की बजह से पुरे समाज  नजरिए से देखा जाता था। न उन्हें किसी अच्छे स्कूल में दाखिला मिलता और न ही उन्हें कोई अच्छी जॉब यहाँ तक की वह सेना में भी नहीं जा सकते थे।

उनके पास बचा कुचा सिर्फ एक ही ऑप्शन था, अपना खुद का बिजनेस करना। इसलिए अपने धर्म के स्कूल में पढ़ाई  करने के बाद जॉन कैडबरी अपने पॉकेटमनी के लिए एक कॉफ़ी शॉप पर काम करने लगे और फिर आगे चलकर 1824 में उन्होंने अपना खुद का दुकान खोला जहाँ वह कॉफ़ी चाय और चॉकलेट ड्रिंक बेचा करते।

अगले कुछ सालो के एक्सपीरियंस के बाद उन्हें पता चला की चाय और कॉफ़ी से ज्यादा उनके चॉकलेट ड्रिंक को लोग पसंद कर रहे हैं और फिर 1831 से उन्होंने चाय और कॉफ़ी को छोड़ सीर्फ चॉकलेट ड्रिंक पर फोकस करना शुरू कर दिया जिससे डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ने लगी। और फिर उसी साल उन्होंने चॉकलेट ड्रिंक के ही 16 तरह की और चॉकलेट भी एड कर दी।

देखते ही देखते अगले 15 सालो में आसपास के सभी इलाकों में अपने स्पेशल कैडबरी चॉकलेट ड्रिंक के लिए प्रसिद्ध हो चुके थे। आगे चलकर 1847 में जॉन ने अपने भाई बेंजामिन को भी इस रिसर्च में शामिल कर लिया और फिर दोनों ने मिलकर ब्रिज स्ट्रीट में एक बहुत बड़ा कारखाना खोला।

दोस्तों कैडबरी शुरू से ही अपनी क्वालिटी के लिए जानी जाती है। इसलिए 1854 में रानी विक्टोरिया ने उनके कंपनी को रॉयल वारंट का सर्टिफिकेट दिया। रॉयल वारंट का सर्टिफिकेट सिर्फ उन उत्पादकों को मिलता था जिनकी क्वालिटी बहुत ही अच्छी होती थी। और जिन उत्पादकों को राजा और महाराजा भी अपने प्रयोग में ला सकते थे।

धीरे-धीरे कैडबरी अपने बेहतरीन उत्पादकों की बजह से पुरे ब्रिटैन में प्रसिद्ध हो गई। और फिर 1860  के आसपास बिज़नेस से सम्बंधित नोकझोक होने की बजह से भाई बेंजामिन ने जॉन कैडबरी से अलग होने का फैसला लिया जिसके बाद जॉन की बीमारी भी ढलती जा रही थी और फिर उन्होंने कंपनी का कमान अपने दो बच्चों को रिचर्ड और जॉर्ज को दे दी।

दोस्तों किसी भी उत्पाद के सफलता को जारी रखने के लिए सबसे जरुरी है समय के साथ परिवर्तन।

रिचर्ड और जॉन ने अपनी कंपनी का कमान संभालने के  बहुत सारे बहुत सारी नये परिर्वतन किये और वे काफी हद टस्क सफल भी रहे। पुरे ब्रिटेन में अपना कब्ज़ा ज़माने के बाद कैडबरी 1870 में कैडबरी को दूसरे जगहों में भी भेजा जाने लगा। इसी बीच 18 मई 1980 को कैडबरी के फाउंडर जॉन कैडबरी ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। और  फिर अगले 10 सालो में उनके एक बेटे रिचर्ड की भी मृत्यु  हो गई जिसके बाद बचे जॉर्ज कैडबरी, जिन्होंने अपनी रेटाइरेमेंट से पहले एक ऐस खोज किया जिसने कंपनी को एक नई ऊंचाई पैट पहुंचाया दी।

जॉर्ज ने 1905 में कैडबरी की मशहूर डेरी मिल्क चॉकलेट का अविष्कार किया जिसकी रीसर्च वह 1897 से ही कर रहे थे। जॉर्ज कैडबरी डार्क चॉकलेट के साथ कुछ नया बनाने बनाने की प्रयोग में लगे थे। उन्होंने चॉकलेट पाउडर में चीनी और दूध मिलवाया गया और जब इसके मिक्सर को चखा गया तो इसमें कमाल का स्वाद था। और जब इसे सुखाकर चखा गया तो स्वाद और भी जबरदस्त हो गया। और फिर कुछ इस तरह से कैडबरी की डेरी मिल्क चॉकलेट बनी जो आज भी कैडबरी ब्रांड की सबसे चहेती चॉकलेट है।

1948 में, आजादी के ठीक एक साल बाद कैडबरी ने भारत में भी दस्तक दी। और यहाँ भी वह अच्छी क्वॉलिटी और टेस्ट की बजह से लोगों की आदत बन गए। अगर पूरी दुनिया की बात करे तो 50 से भी ज्यादा देशों में कैडबरी के चॉकलेट का बोलबाला है।

 

उम्मीद है आपको कैडबरी की यह सक्सेस स्टोरी कैडबरी चॉकलेट की सफलता की कहानी | Cadbury Chocolate Success Story in Hindi जरूर अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कर सकते हैं और असेही और भी सक्सेस स्टोरीस पढ़ने के लिए इस ब्लॉग को सब्सक्राइब भी जरूर कर लें।

 

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