Skip to content

Kahani Ki Dunia

Iss Duniya Mein Jane Kuch Naya

Menu
  • Home
  • Hindi Stories
  • Full Form
  • Business Ideas
  • Contact us
  • Web Stories
Menu
Sarpanch Ka Nyay Hindi Story  

सरपंच का न्याय | Sarpanch Ka Nyay Hindi Story

Posted on June 14, 2021

फ्रेंड्स आज मैं आपके साथ जो कहानी शेयर करने वाली उस कहानी का नाम है सरपंच का न्याय (Sarpanch Ka Nyay Hindi Story) इस कहानी में एक कंजूस व्यापारी के बारे में बताया गया है जो वयापरी बहुत ही कंजूस था और उसे अपने गलती की बजह से भी अंत में पछताना पड़ा।

 

सरपंच का न्याय

Sarpanch Ka Nyay Hindi Story  

एक समय की बात है, एक  गाँव में एक कंजूस व्यापारी रहता था। एक दिन उसकी सौ स्वर्ण मुद्राओं से भरी हुई पोटली कहीं खो गई। उसने अपने गाँव के सरपंच के पास अपनी शिकायत दर्ज करवाई। सरपंच ने कंजूस व्यापारी को सलाह दी, “देखिए व्यापारी हम अपने आदमियों को हर जगह भेजकर पोटली ढूंढवाएंगे। लेकिन क्यूंकि अब पोटली ढूंढने का और कोई तरीका नहीं है तो अच्छा होगा कि आप पोटली ढूंढने वालो के लिए दस स्वर्ण की मुद्राएं इनाम घोषित कर दे।”

 

कंजूस व्यापरी ने बिना मन से इनाम के लिए हाँ कर दी। उधर वह पोटली रास्ते में पड़ी हुई एक मजदुर को मिली। मजदुर पोटली लेकर व्यापारी के पास देने गया। व्यापारी ने पोटली ख़ुशी ख़ुशी ले ली। उसने मजदुर को धन्यवाद दिया और अपना दरवाजा बंद कर दिया। मजदुर ने सोचा व्यापारी ने इनाम के दस सोने की मुद्राएँ लेने अंदर गया होगा थोड़ी देर में आ जाएगा, वह वहां बहुत देर खड़ा रहा।

 

जब कंजूस व्यापारी अब तक नहीं आया तो उसने दोबारा घंटी बजाई। मजदुर को देख व्यापारी बोला, “बोलो अब क्या है?” मजदुर ने इनाम के दस स्वर्ण मुद्राएँ मांगी। इस पर कंजूस व्यापारी बोला, “कैसा इनाम? मेरी पोटली में 110 स्वर्ण मुद्राएँ थी, अब इसमें केवल सौ स्वर्ण मुद्राएँ है। इसका मतलम तुमने पहले ही इनाम के दस मुद्राएँ निकाल ली। चलो चलो जाओ कोई इनाम नहीं है।” इतना कहकर उसने फिरसे दरवाजा बंद कर दिया।

 

  • राजा शिवि और दो पक्षियों की कहानी | King Shibi And Two Birds Story In Hindi

 

मजदुर व्यापारी की शिकायत लेकर सरपंच के पास गया। सरपंच ने व्यापारी को पोटली लेकर तुरंत बुलवाया। व्यापारी सरपंच का कहा टाल नहीं सकता इसलिए वह पोटली लेकर सरपंच के पास पहुंचा। सरपंच ने व्यापारी से अपनी पोटली दिखाने को कहा। पोटली को अच्छी तरह देख परखकर सरपंच ने पूछा, “क्या आप विश्वास से कह सकते हो कि आपके पोटली में 110 स्वर्ण मुद्राएँ थी सौ नहीं?” व्यापारी ने झट से हाँ कह दिया। इस पर सरपंच बोला, “फिर तो मुझे लगता है यह पोटली आपकी नहीं है। क्यूंकि 110 स्वर्ण मुद्राओं के लिए यह पोटली बहुत छोटी है। इस पर इतनी मुद्राएँ नहीं आ सकती। इस पोटली में तो केवल सौ मुद्राएँ ही आ सकती है।”

 

अब सरपंच वह पूरी पोटली उस मजदुर को देते हुए बोला, “मजदुर भाई! यह पोटली इन व्यापारी की नहीं है। इनके  पोटली में तो 110 स्वर्ण मुद्राएँ थे और क्यूंकि इस पोटली का असली मालिक कौन है यह हम नहीं जानते है और न ही अब तक किसी ने सौ स्वर्ण मुद्राएँ  खोने की शिकायत दर्ज करवाई है। इसलिए मैं यह पूरी पोटली तुम्हे तुम्हारी ईमानदारी के लिए इनाम के तौर पर देता हूँ।”

 

व्यापारी कुछ न बोल सका। क्यूंकि वह यह बात कह चूका था कि उसकी पोटली में 110 स्वर्ण मुद्राएँ थी। अब सरपंच के सामने वह हाथो हाथ मुकर नहीं सकता था। इसलिए उसे चुपचाप अपनी पोटली मजदुर के हाथो जाते देखनी पड़ी। लेकिन यही उसका सबक था।

 

  • नाव पर छेद | Hole On The Boat Story In Hindi

 

इस कहानी से हमें यही शिक्षा मिलती है कि धोखेबाजों की हमेशा हार होती है और न्याय की कुर्सी पर बैठने वाले को बिना किसी पक्ष पर उचित न्याय करना चाहिए। सरपंच ने सचमुच बहुत अच्छा न्याय किया।

 

आपको यह कहानी कैसी लगी हमे कमेंट करके जरूर बताइए और अगर अच्छा लगे तो शेयर करे और अगर आप इसी तरह की कहानियां पढ़ना चाहते है और भी तो फिर इस ब्लॉग को भी सब्सक्राइब करे।

 

यह भी पढ़े:-

  • आरी की कीमत | Aari Ki Kimat Story In Hindi
  • असली खुशी | Real Happiness Story In Hindi
  • साधु और डाकू | Monk And Robber Story In Hindi
  • महात्मा बुद्ध और अंगुलिमाल की कहानी
  • हाथी और छः अंधे व्यक्ति 
  • बुद्धि की करामात 

 

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Post

  • NIOS Full Form: NIOS Board क्या है पूरी जानकरी हिंदी में
  • Top 5 High Salary Banking Courses in Hindi | Best Banking Jobs After 12th
  • KVPY Exam क्या है | What is KVPY Exam in Hindi
  • What is No Cost EMI in Hindi | No Cost EMI क्या होता है
  • NASA Scientist कैसे बने | How to Become a NASA Scientist
©2023 Kahani Ki Dunia | Design: Newspaperly WordPress Theme