सफलता का मंत्र
Hindi Story On Success
एक लड़के ने अपने सपने को पूरा करने के लिए एक व्यापार की शुरुवात की। उसने उस व्यापार में अपना समय और सारा पैसा लगा दिया। उसकी इतनी मेहनत करने के बाद भी कुछ महीनो बाद उसका व्यापार बंद हो गया। अब वह उदास रहने लगा था। उसने अपनी सोच बना ली थी कि उसे सफलता नहीं मिल सकती। इसके कारण उसने कोई नए काम की शुरुवात नहीं की।
उसके पिता अपने बेटे की इस परेशानी को समझ चुके थे। एक दिन उन्होंने उसे अपने पास बुलाया और पूछा, “क्या बात है आज कल तुम परेशान रहते हो?” उसने मायूस होते हुए कहा, “मैंने जो काम शुरू किया था उसमे में बुरी तरह से असफल रहा। मुझे डर लगता है कि मैं किसी भी काम में सफल नहीं हो पाऊंगा।”
पिता ने कहा, “जीवन में सफलता और असफलता मिलती रहती है। इसमें इतनी परेशान होने की क्या बात है।” यह सुनकर वह लड़का बोला, “मैंने बहुत मेहनत की थी, मैंने अपना कीमती समय और सारा पैसा इसमें लगा दिया था। फिर भी मैं असफल क्यों हुआ?”
पिता ने उससे कहा, “चलो कुछ देर बगीचे में टहल आते है।”
बगीचे में टहलते टहलते उसके पिता ने एक टमाटर के पौधे की तरफ इशारा करते हुए कहा, “इस पौधे को देखो।” बेटे ने कहा, “इस पौधे को देखने का क्या फायदा? यह तो मर चूका है।”
पिता ने कहा, “तुम सही कह रहे हो, यह मर चूका है। मैंने इस पौधे बोते समय पानी, सारऔर अपना कीमती समय दिया। इतना सब करने के बाद भी यह पौधा मर गया।”
यह सब सुनकर बेटा बोला, “क्या आपको नहीं लगता कि आपकी मेहनत, समय और पैसा सब कुछ बर्बाद हो गया। इतना सब कुछ करने से कुछ भी फायदा नहीं हुआ।”
पिता मुस्कुराते हुए अपने बेटे से कहा, “मेरे लिए क्या तुम इस दरवाजे को खोल सकते हो?”
बेटे ने जैसे ही दरवाजे को खोला वह चौंक गया, क्यूंकि सामने लाल-लाल टमाटरों से पूरा कमरा भरा हुआ था।
बेटे ने बड़े ही आश्चर्य से पूछा, “यह सब टमाटर कहाँ से आए?” पिता ने बेटे से कहा, “टमाटर के सभी पौधे नहीं मरे थे।”
उन्होंने अपने बेटे को समझाया, किसी भी काम को करते समय तुम्हे सफलता जरूर मिलेगी। उन असफलताओ से घबराना मत, उनसे सबक लेते हुए आगे बढ़ना। अगर तुमने ऐसा किया तो तुम्हारी सफल होने की उम्मीद बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।
दोस्तों मुझे उम्मीद है कि आपको यह प्रेरणादायक कहानी सफलता का मंत्र Hindi Story On Success, पसंद आई होगी।
यह भी पढ़े:-
- पंडित जी की महानता
- शिक्षा का उपयोग
- असली खुशी
- एक पिता का प्यार
- चिड़िया और पेड़ की कहानी
- हमेशा सीखते रहो