शेर और बैल की कहानी Lion And Bull Story In Hindi
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शेर और बैल की कहानी
एक बार एक शेर ने बैल को मारकर खा जाने का निश्चय किया। इसके लिए उसने एक चाल चली। वह बैल के पास गया और बोला, “दोस्त, मैंने भेड़ का बहुत अच्छा गोस्त पकाया है, मेरी गुफा चलो, वहाँ दोनों मिलकर भोजन करेंगे।” शेर की योजना थी कि जब बैल भोजन करने के लिए बैठेगा, तो वह उस पर झपट पड़ेगा और उसे मार डालेगा।
बैल सहमत हो गया और वह उसके साथ उसकी गुफा में चला गया। गुफा में उसने देखा कि बड़ी-सी आग जल रही है और और उस पर एक बर्तन में खौलता हुआ पानी चढ़ा है। वह समझ गया कि शेर उसको ही मारकर पकाने की तैयारी में है! बैल बिना कुछ कहे वहाँ से भाग गया। शेर उसके पीछे आया और उसके जाने का कारण पूछने लगा।
बैल ने जवाब दिया, “मेरे दोस्त, मैं आलसी अवश्य हूँ लेकिन मुर्ख नहीं हूँ। मुझे वहाँ भेड़ का माँस तो कहीं नहीं दिखा। हाँ, मुझे ही पकाने की तैयारी वहाँ जरूर थी! तुम्हारी चाल मेरे ऊपर चल नहीं पाई।” इस तरह वह बैल शेर को भूखा छोड़कर वहाँ से चला गया।
इस कहानी से सीख, Moral of The Story:
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है की हमें कभी भी मुर्खों जैसा काम नहीं करना चाहिए। हमेशा समझदारी से काम ले।
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