नन्हाँ लालची पक्षी Little Greedy Bird Panchatantra Story in Hindi
नन्हाँ लालची पक्षी
बहुत समय पहले की बात है। तेज गर्मी में एक दिन पक्षियों का राजा अपने साथी पक्षियों के साथ भोजन की तलाश में किसी नई जगह के लिए उड़ चला। उसने सारे पक्षियों से हर और भोजन की तलाश करने को कहा।
सारे पक्षी भोजन की तलाश में दूर-दूर फैल गए। एक पक्षी एक राजमार्ग पर पहुँचा। वहाँ उसने देखा कि बहुत सारी बैलगाड़ियों में अनाज के बोरे लदे हैं। उसने यह भी देखा कि जब गाड़ियाँ आगे बढ़ती हैं तो उनसे बहुत सारा अनाज निचे गिर रहा है।
वह बहुत प्रसन्न हुआ और उसने जल्दी से राजा को इस स्थान के बारे में सबसे पहले बताने का निश्चय किया। वह उड़कर वापस आया और राजा से कहने लगा, “महाराज, मैंने सड़क पर देखा है कि बहुत सारी बैलगाड़ियों पर अनाज के बोरे लदे जा रहे है। हालाँकि, अगर आप सड़क पर निचे दाने चुगेंगे, तो गाड़ियों से कुचले जा सकते हैं। वहाँ न जाने में ही भलाई है।”
पक्षियों के राजा को उसकी सलाह उचित लगी। उसने सभी पक्षियों को वहाँ उस सड़क पर न जाने की चेतावनी दे दी। नन्हा पक्षी हर दिन उस जगह जाता और अकेले ही अपना पेट भरकर आ जाता। एक दिन जब वह दाने चुग रहा था, तभी एक बैलगाड़ी निकली और वह लालची पक्षी कुचलकर मर गया।
इस कहानी से सीख, Moral of The Story:
हमें अपने बड़ो की सलाह अवश्य माननी चाहिए, नहीं तो बाद में हमें पछताना पड़ सकता है।
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