Contents
- 1 5 Best Moral Stories For Kids in Hindi
- 1.1 1. मोटी बकरी /Best Moral Stories For Kids in Hindi
- 1.2 2. चींटियों के घर में सांप /Best Moral Stories For Kids in Hindi
- 1.3 3. सबसे अच्छा मित्र कौन? /Best Moral Stories For Kids in Hindi
- 1.4 4. भेड़ की खाल /Best Moral Stories For Kids in Hindi
- 1.5 5. लोमड़ी और कौआ /Best Moral Stories For Kids in Hindi
5 Best Moral Stories For Kids in Hindi
इस पोस्ट में मैं शेयर करने वाली हूँ 5 Best Moral Stories For Kids in Hindi जो बहुत मजेदार है पढ़ने में और इन कहानियो से बच्चे बहुत ही अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
1. मोटी बकरी /Best Moral Stories For Kids in Hindi
एक किसान के पास दो बैल थे। एक का नाम मोती था और दूसरे का नाम छोटी था। दोनों बैल मिलकर किसान के लिए बहुत परिश्रम करते थे। दोनों बैल किसान के लिए खेत में हल चलाते थे और उसके खेत को जोतते थे। वह किसान के बैलगाड़ी को खींचकर शहर में, बाजार की ओर ले जाते थे। जब दोनों बैल भूके प्यासे घर को लौटते थे, तो किसान उन्हें बहुत अच्छी, हरी और ताज़ी घास खाने के लिए देता था। किसान उन्हें साफ और ठंडा पानी भी पिने को देता था। दोनों बैल बहुत संतुष्ट और खुश था।
कुछ समय के लिए सब ठीक चल रहा था। फिर एक दिन, किसान एक बकरी खरीदकर लाया। किसान ने उस बकरी को भी खूब सारे अच्छे अच्छे खाना खिलाना शुरू कर दिया। किसान उसे चना और मीठे गन्ने भी खिलाता था। बकरी इन सब चीजों को बड़े मजे से खाती थी। बकरी घुटनो के बल पर बैठकर जो भी मिलती खाती रहती। जब दोनों बैल ने देखा की बकरी तो बिना काम किये बहुत खुश और संतुष्ट रहती है, तब दोनों बैल बहुत ब्याकुल हो गए। दोनों बैल बड़बड़ाने लगे और एक दूसरे से बकरी के बारेमे बात करने लगे। छोटी ने कहा, “हम दोनों हर दिन , इतनी मेहनत करते है और हमे खाने को सिर्फ घास और भूसा मिलता है। बकरी तो कुछ भी नहीं करती है। वह तो सिर्फ सारादिन खाती रहती है। मोटी और मोटी होती जा रही है।”
मोती ने कहा, “किसान हमें भी अच्छी घास, भूसा और ठंडा पानी पिने और खाने के लिए देता है। वह हमारे बिश्राम के लिए सुखी और मुलायम घास बिछाता है। हमे जो कुछ मिल रहा है अगर तुम उसी में संतुष्ट रहोगे तो सदा खुश रहोगे। और बहुत समय तक जी सकोगे। तुम देख लेना की किसान अबश्य किसी कारन से बकरी को मोटा कर रहा है।”
एक दिन, दोनों बैलो ने देखा की किसान अपने साथी के साथ बहुत बढ़िया खाना खा रहा है। लेकिन मोटी बकरी कही दिखाई नहीं दे रही थी। तब दोनों बैल को पता चला की किसान ने मोटी बकरी को अपने दोस्त को भोजन में परोशने के लिए काट दिया। यह देख छोटी समझ गई की मोती सही बोल रही थी।
शिक्षा – “दूसरों के ज्यादा सुख को देखकर, अपना सुख न भूलो। ईश्वर ने जो भी दिया है, उसी में संतुष्ट रहो।”
2. चींटियों के घर में सांप /Best Moral Stories For Kids in Hindi
एक बार, दूर एक गांव में एक आदमी ने थोड़ी सी ज़मीन खरीदी। उसने उस ज़मीन में बहुत कुछ बोने और उगाने की कोशिश की। लेकिन वहां कुछ भी नहीं ऊगा। इसलिए वह बहुत दुखी रहता था। एक दिन, वह आदमी अपने ज़मीन पर बैठा हुआ सोचने लगा की अब क्या किया जाए? अचानक उसने थोड़ी दूर पर एक सांप को चीटियों के मिटटी के ढेर के घर में से निकलते हुए देखा।
उस सांप को देखकर उसने सोचा की हो सकता है यह कोई देवता हो। अगर मैं इसे कुछ खिलाऊँगा तो हो सकता है यह मुझे आशिर्बाद दे। फिर मेरी ज़मीन पर कुछ उगने लगे और खेती होने लगे। उस आदमी ने उसी समय एक मोटा बड़ा चूहा पकड़ा और सांप को खाने के लिए दिया। सांप चूहे को खा कर बहुत प्रसन्न हो गया। सांप उसी समय चीटियों के मिटटी के ढेर के घर में गया और उस आदमी को इनाम के तोर पर एक सोने का सिक्का लाकर दिया।
अब यह काम रोज होने लगा। जब वह आदमी सांप को एक मोटा -बड़ा चूहा पकड़ कर देता, तब वह सांप उस आदमी को एक सोने का सिक्का देता था। इस तरह वह आदमी बहुत अमीर हो गया। उसने अपना एक नया घर बनवा लिया। और उसने पेहेन्ने के लिए नए कपडे ख़रीदे। वह आदमी बहुत संतुष्ट रहता था।
एक दिन, उसने अपने बेटे से कहा, “एक मोटा-बड़ा चूहा पकड़ो और उसे खेत में जाकर सांप को खिलाकर आयो। सांप तुझे एक सोने का सिक्का देगा। अचानक उसके बेटे के मन में एक लालचपूर्ण बिचार आया की सांप रोज चीटियों के बने मिटटी के ढेर में से एक सोने का सिक्का देता है। इसलिए आज में उस सांप को मारकर चीटियों के मिटटी के ढेर में से सारे सोने के सिक्के निकाल लूंगा।
दूसरे दिन, जब सांप चूहा खाने के लिए बाहर निकला तो उसने जैसे ही सांप को मारने की कोशिश की, वैसे ही सांप ने पलटकर उसे काट लिया। शीघ्र ही उसके पिता को इसके बारेमे पता चला। वह अपने बेटे के इस काम से बहुत दुखी हुआ। उसके पिता ने सांप को बहुत सारी चूहे खाने को दिए ताकि सांप उसे क्षमा कर दे। लेकिन सांप ने इस बार कोई सोने का सिक्का नहीं दिया।
शिक्षा – “लालच करने से हम अपना जीवन भी खो सकते है। इसलिए जो कुछ भी हमे मिल रहा है उसी से संतुष्ट रहकर खुश होना चाहिए।”
3. सबसे अच्छा मित्र कौन? /Best Moral Stories For Kids in Hindi
शिक्षक – (सुमन से) सुमन! तुम्हारा सबसे अच्छा दोस्त कौन है?
सुमन – मास्टर जी! वैसे तो सभी मेरे दोस्त है। पर मेरा सबसे अच्छा दोस्त है सौरभ।
शिक्षक – अच्छा, तुम उसे अपना सबसे अच्छा दोस्त क्यों कर रहे हो?
सभी छात्र एकसाथ – मास्टर जी, सौरभ हम सबका ही अच्छा दोस्त है।
शिक्षक – अच्छा, तुम सब मुझे बरी बारी बारी बताओ की सौरभ को तुम सब क्यों अपना अच्छा दोस्त क्यों कह रहे हो। इस तरह हम सब आज एक अच्छे दोस्त के गुण सीखेंगे।
शिक्षक – आकाश! पहले तुम एक अच्छे दोस्त का गुण बताओ।
आकाश – जो सबसे मिल-झूलकर रहता है और किसी से लड़ाई नहीं करता।
शिक्षक – (सुमन से) सुमन! तुम दूसरा गन बताओ।
सुमन – जो अपने से बड़ो का आदर करता है, उनकी बात सुनता है और कभी किसी को बुरा नहीं कहता।
शिक्षक – शाबाश! रोहित तुम कुछ बोलो एक अच्छे दोस्त के गुण के बारेमे।
रोहित – जो आपस में ऊंच-नीच या अमीर-गरीब का भेदभाब नहीं करता।
शिक्षक – बहुत बढ़िया! बिशाल तुम कुछ कहना चाहोगे?
बिशाल – जो अपना काम समय से करता है और हर वक़्त अपने क्लास के दोस्तों के साथ मिलकर मदद करता है।
शिक्षक – बहुत अच्छा! क्या कोई और एक अच्छे दोस्त के गुण बताना चाहेगा?
समर्पित – जो बिना पूछे कभी भी किसी की कोई चीज नहीं लेता। और अगर उसकी चीज बिना पूछे ले लिया जाये तो गुस्सा नहीं करता।
शिक्षक – अगर सौरभ तुम सबका मित्र है तो तुम सब भी उसके हर एक गुणों को अपनाने की कोशिश करो।
सभी छात्र – जी मास्टर जी! हम सब भी उसकी तरह बनने की कोशिश करेंगे।
शिक्षक – अच्छा यह बताओ की आज सौरभ क्लास में उपस्थित क्यों नहीं है?
सभी छात्र – मास्टर जी, आज वह बीमार है इसलिए छुट्टी के बाद हम सब उसे देखने जायेंगे।
शिक्षक – बहुत अच्छा! बच्चों, मैं भी तुम्हारे साथ चलूँगा।
4. भेड़ की खाल /Best Moral Stories For Kids in Hindi
एक दिन, एक भेड़िया बहुत भूखा था। उसने जंगल में सभी जगह पर खाने की तलाश की। लेकिन उसे कुछ भी खाने के लिए नहीं मिला। खाने की तलाश में वह जंगल के बाहर आ गया। वहां उसने एक मैदान में कुछ भेड़ो को घास चरते हुए देखा। भेड़ो को देखकर उसके मुँह में पानी आ गया। वह एक भेड़ को खाना चाहता था। लेकिन वह जानता था की किसी भी एक भेड़ को पकड़ना बहुत मुश्किल है।
कुछ समय तक वह सोचने लगा की, किस तरह से वह एक भेड़ को पकड़ले। थोड़ी देर बाद उसके मन में एक बिचार आया। भेड़िया उस कोठरे में गया जहाँ भेड़ो की खाल का ढेर लगा हुआ था। भेड़िया खाल का ढेर देखकर उस तरफ दौड़ा और भेद की खाल पेहेनली।
कुछ समय बाद, भेड़िया भेड़ो के झुण्ड के अंदर घुस गया और जल्दही भेड़ो के साथ मिल-झूल गया। भेड़िये ने एक भेड़ से दोस्ती कर ली। उसने उस भेड़ से कहा,मैं तुम्हे कुछ अद्भुद चीज देना चाहता हूँ। भेड़िये की बात मानकर भेड़ उसके साथ जंगल में चला गया और भेड़िये ने मौका मिलते ही भेड़ को खा लिया।
हर रोज वह इसी तरह एक भेड़ को खा जाता था। इस तरह उसकी चाल भी बहुत अच्छी चल रही थी। भेड़िया तो बहुत खुश था। अचानक भेड़ो के मालिक को लगा की दिन के दिन उसके भेड़े कम होते जा रहे है। यह जानने के लिए उसने भी भेड़िये की तरह चाल चली। भेड़ो के मालिक ने भी भेड़ की खाल पहन ली और भेड़ की तरह दूसरे भेड़ो के बिच घास चरने का नाटक करने लगा। फिर उसने भेड़ो की तरह मिमियाना शुरू कर दिया।
उसका मिमियाना सुनकर बाकि भेड़ भी उसकी तरह बा….. बा…..चिल्लाने लगी। अब भेड़िये ने भी भेड़ो की तरह मिमियाना चाहा। लेकिन भेड़िये ने अपनी आवाज निकाल दी। भेड़ो के मालिक ने उसी समय भेड़िये को पकड़ लिया और पिंजरे में बंध करके उसे चिड़ियाघर भेज दिया।
शिक्षा – “धोखा देने वाले के दो रूप देखे जाते है। ऊपर से वह भेड़ के समान होते है लेकिन अंदर से एक भेड़िये का स्वरुप। इसलिए धोखेबाजों से परेशान न होकर अपनी बुद्धि का इस्तिमाल सही तरह से कीजे। “
5. लोमड़ी और कौआ /Best Moral Stories For Kids in Hindi
बहुत समय पहले जंगल में एक कौआ रहता था। एक दिन, वह बहुत भूखा था। वह पुरे दिन खाने की तलाश में उड़ता रहा। कुछ देर उड़ने के बाद वह पास के एक गांव में पहुंचा। उसे यकीन था की वहां कुछ न कुछ खाने को उसे मिल ही जायेगा। वह घर के चारों और घूमने लगा की तभी उसे चीज़ का एक बड़ा सा टुकड़ा दिखाई दिया। कौए ने चीज़ को अपने मुँह में लिया और वहां से उड़कर जंगल में आया। जंगल में वह एक पेड़ के ऊपर बैठा।
उसी जंगल में एक चालाक लोमड़ी रहती थी और वह लोमड़ी भी बहुत भूखी थी। लोमड़ी ने कौए को पेड़ पर चीज़ खाते हुए देख लिया। लोमड़ी ने सोचा की यह कौआ बेब्कुफ़ दीखता है और इससे वह चीज़ का टुकड़ा बहुत आसानी से उसके मुँह से ले सकता है। फिर लोमड़ी ने एक अच्छा उपाय सोचा उस कौए से चीज़ का टुकड़ा लेने के लिए।
लोमड़ी कौए के पास गया और उससे कहने लगा, “तुम्हारे पंख कितने सुन्दर है और देखो कितना चमक रहा है। मुझे लगता है की तुम इस जंगल की सब्सि खूबसूरत पक्षी हो। तुम्हारी आंखे कितनी सुन्दर है और तुम्हारी सुन्दर चोंच।” कौए ने सोचा, “सायद लोमड़ी ठीक ही कह रही है, मैं एक सुन्दर पक्षी हूँ।” लोमड़ी ने कहा, तुम्हारी आवाज भी बहुत मधुर होगी। कोयल और बुलबुल तो तुम्हारे सामने कुछ भी नहीं है। क्या तुमने एक बार भी गाने की कोशिश की है।” कौए ने मन ही मन कहा, “सायद लोमड़ी ठीक कह रही है। मुझे एक बार तो गाना ही चाहिए।”
उसके बाद जैसे ही कौआ गाने के लिए अपना मुँह खोलता है, उसके मुँह से चीज़ का टुकड़ा गिर जाता है। और लोमड़ी उस चीज़ के टुकड़े को पकड़ लेता है और मजे से खा लेता है। जैसे ही उसका खाना ख़तम हो जाता है लोमड़ी वहां से भाग जाता है और कौआ पेड़ पर बैठा अफ़सोस कर रहा होता है।
शिक्षा – “किसी के बातों में आकर उसका बिस्वास नहीं करना चाहिए, क्या पता वह अपने मतलब के लिए तुमसे झूट बोल रहा हो।”
दोस्तों आपको यह कहानियां “5 Best Moral Stories For Kids in Hindi” कैसी लगी कमेंट जरूर करे और कौनसी कहानी आपको सबसे ज्यादा अच्छी लगी वह भी बताइएगा।
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