Emotional Love Story in Hindi
राज और प्रिया की प्रेम कहानी
राज और प्रिया की लव मैरिज हुई थी और दोनों का जीवन हसी-ख़ुशी से बीत रहा था। उनके दो बच्चे हुए। दोनों बच्चे पढाई में काफी तेज थे और दोनों ही अपने माता-पिता का आदर करते थे। दोनों बच्चे बड़े हो गए और दोनों को ही अच्छी नौकरी मिल गई। दोनों ही अपने जीवन में सेटेल्ड हो गए और रह गए बस उनके माता-पिता राज और प्रिया।
पर वह दोनों अलग कहा हुए थे, वह तो हमेशा थे एक दूसरे के साथ। वह साथ जो उन्होंने जीवन में आखिर तक रहने का वादा किया था और निभाया भी। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था पर सायद भगवान को कुछ और ही मंजूर था।
प्रिया को अचानक हो गई एक बीमारी जिसकी बजह से उसकी भूलने की शक्ति धीरे धीरे ख़तम हो रही थी। वह सबकुछ भूलने लगा था। यहाँ तक की अपने प्यार राज को भी। पर राज नहीं भुला प्रिया को। उसने हार नहीं मानी। वह कैसे अपनी प्रिया को भूल सकता था? वह हर रोज प्रिया को उन दोनों की पहली मुलाक़ात से उनकी बुढ़ापे तक की कहानी सुनाता रहता था। उसे लगता था की सायद इन सब बातों को कहने से प्रिया उसे पहचान लगी।
प्रिया बड़े मजे से उसकी कहानी सुनती। कहानी सुनकर प्रिया को कुछ-कुछ याद तो आता था लेकिन फिर थोड़ी ही देर में सबकुछ भूल जाता और राज से यह पूछने लगता, “आप कौन है? क्या मैं आपको जानती हूँ?”
यह सुनकर राज हर रोज दुखी हो जाता और उपर से हँसता। पर राज ने हार नहीं मानी, वह रोज उन दोनों की प्रेम कहानी उसे सुनाया करती थी की सायद उसकी यादास्त लौटकर आ जाए।
ऐसेही कुछ महीना गुजर गया और राज प्रिया को इसी तरह रोज घंटो तक कहानी सुनाया करता। प्रिया रोज उसकी कहानी सुनने का इंतजार करती। प्रिया यह समझता था की राज उसकी बहुत कदर करता है पर उसे पहचान नहीं पाती। जब भी प्रिया को उसकी यादास्त वापस आती वह राज से एक वादा करने को कहती की वह कभी उसे छोड़कर न जाए, हमेशा उसके साथ रहे। राज भी प्रिया से यह वादा कर बैठता की वह उसे छोड़कर कही नहीं जाएगा और हमेशा उसका साथ निभाएगा।
एक दिन, अचानक राज की मौत हो गई और इधर प्रिया उसका इंतजार करती रही की कब राज उसके पास आएगा और उसे कहानी सुनाएगा। पर जब प्रिया ने राज की मृत शरीर को देखा तब वह रोने लगी, इसलिये नहीं की उसे कहानी कौन सुनाएगा या उसका ख्याल कौन रखेगा पर इसलिए की उसे उस वक़्त यह याद आ गया की राज ही उसका पहला प्यार है, राज ही उसका पति था, वह इंसान जिससे वह बहुत प्यार करती थी और जिसके साथ जीने-मरने की कस्मे खाई थी। उसे सब याद आ गया वह भी बिना कहानी सुने।
अपनी आखरी अलविदा में भी उसे राज का एक साथ मिला जिसकी वह इच्छा रखता था। राज की चीता में आग लगने से पहले ही प्रिया की चीता भी उसकी पास लग गई। प्रिया अपनी बीमारी में यह तक बर्दाश नहीं कर पाई की उसका प्यार उसे इस दुनिया में अकेला छोड़ गया।राज ने अपना वादा तो नहीं निभाया लेकिन प्रिया ने अपना वादा जरूर निभाया। जी तो उसके साथ और मरे तो उसके साथ।
दोस्तों अगर आपको राज और प्रिया की यह प्रेम कहानी “राज और प्रिया की प्रेम कहानी | Very Emotional Love Story in Hindi” अच्छी लगी हो तो इसे सभी के साथ शेयर जरूर करें और इसी तरह के और भी प्रेम कहानियां पढ़ने के लिए इस ब्लॉग को सब्सक्राइब करें।
यह भी पढ़े:-
- अधूरा प्यार | Best Heart Touching Love Story In Hindi
- यह प्रेम कहानी आपको रोने पर मजबूर कर देगी
- मुलाक़ात | Romantic Hindi Love Story
- मुझे माफ़ करदो | Heart Touching Sad Love Story In Hindi
- आखरी मुलाक़ात | Sad Love Story In Hindi
- एक अनोखी प्रेम कहानी | Love Story In Hindi
Hello dosto, mera nam sonali hai or main is blog kahanikidunia.com par sabhi tarah ki kahaniya post karti hun. mujhe kahaniya padhna bohut accha lagta hai or sabko sunane ka bhi isliye main dusro ke sath bhi apni kahaniya is blog ke jariye sabse share karti hun.