White House Mysterious Story in Hindi
व्हाइट हाउस की रहस्यमय कहानी
White House Mysterious Story in Hindi | व्हाइट हाउस की कुछ रहस्यमय कहानी
व्हाइट हाउस का निर्माण सन 1992 में किया गया था। व्हाइट हाउस के व्हाइट होने के पीछे ऐसा माना जाता है की इसे बनाने वाले लोग इसे लोकतंत्र और न्याय का प्रतीक बनाना चाहते थे। दोस्तों व्हाइट हाउस लगभग 55, 000 squre feet में फैला हुआ है जिसमे लगभग 132 कमरे है। यह वाशिंटन डीसी का सबसे ज्यादा विजिट किया जाने वाला टूरिस्ट प्लेस है। यहाँ तक की इसने स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी जैसे चीज़ो को भी पीछे छोड़ दिया है। और यह बात तो बिलकुल भी कही नहीं जा सकती है की स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी देखने में कही से भी कम है। स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी को Seven Wonders of The World में से एक माना जाता है। यह जानने के बाद आप सोच ही सकते है की Seven Wonders of The World तक को भी अपने आगे हैरान कर देने वाला व्हाइट हाउस कितना रहस्यमय होगा।
हालाकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है की आप अचानक से व्हाइट हाउस में आए और आपको प्रवेश मिल जाए। व्हाइट हाउस में प्रवेश करने से पहले आपको महीने पहले बुकिंग करनी होगी। और उसके बाद ही आपका नंबर आ पाएगा। व्हाइट हाउस में घूमने के लिए भी कुछ ही कमरे में ले जाते है। और व्हाइट हाउस के बहुत सारे हिस्से लोगों के नजर से छुपे रह जाते है।
क्या व्हाइट हाउस में भुत है? White House Mysterious Story in Hindi

व्हाइट हाउस के डिटेल्स को बारिके से बताने से पहले सबसे पहले बात करते है व्हाइट हाउस की। व्हाइट हाउस को आप कंट्रोवर्सी बी कह सकते है। दोस्तों ऐसा माना जाता है की व्हाइट हाउस में आज भी प्रेजिडेंट अब्राहम लिंकन की आत्मा भटकती है।
ऐसा माना जाता है की व्हाइट हाउस में पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की आत्मा भटकती है। ऐसा केबल मैना ही नहीं जाता बल्कि देखा भी गया है। अब्राहम लिंकन लोकतंत्र के जनक माने जाते है। उन्होंने लोकतंत्र के सबसे प्रसिद्धनारा “लोगों दुवारा, लोगों के लिए, और लोगों के जरिए” नारा भी दिया है। इस नारे को देने वाले लिंकन बिश्वभर में आज तक अपनी राजनीती के लिए जाने जाते है। लेकिन लिंकन के साथ एक हादसा हुआ था। एक ऐसा हादसा जो की व्हाइट हाउस में कभी सोचा भी नहीं जा सकता था।
हुआ यु की अब्राहम लिंकन को उनके राष्ट्रपति कार्यालय में गोली मार कर हत्या कर दी गई। उसके कुछ ही दिनों बाद नए राष्ट्रपति आ गए। और लोगों को व्हाइट हाउस में यहाँ वहाँ लिंकन नजर आने लग गए। लेकिन किसी आधिकारिक व्यक्ति ने लिंकन को तब तक नहीं देखा था। इसलिए इस बात पर किसी को यकीन नहीं आ रहा था। हलकी यह बहुत दिन तक पता नहीं चल पाया। और राष्ट्रपति बने केल्विन कुलीज। केल्विन देश के तीसरे राष्ट्रपति थे। वह अपनी पत्नी के साथ ही व्हाइट हाउस में रहते थे।
अचानक एक दिन केविन की पत्नी को ऐसा महसूस हुआ की उनके आसपास कोई है। फिर उन्हें लगा की कोई नौकर है। लेकिन अचानक से जब उन्होंने खिड़की की तरफ देखा वह दंग रह गए। और उनके मुँह से चिंक निकल गई। खिड़की पर लिंकन खड़े थे। उसके बाद से यह सिलसिला चलता ही रहा। उन्हें बार-बार यही लगता की लिंकन उनके आसपास खड़े है। कभी बैठे हुए दिखाई देते तो कभी खड़े हुए। और कभी कभी उन्हें देखते हुए। केविन की पत्नी का यह डर तब तक ख़तम नहीं हुआ जब तक की उन्होंने व्हाइट हाउस छोड़ नहीं दिया।
केविन की पत्नी के बाद अगला नंबर जिनका आता है वह है नीदरलैंड की महारानी विल्हेल्मिना। विल्हेल्मिना ने व्हाइट हाउस में अब्राहम लिंकन को देखा था। एकबार अमेरिका के अधिकारीर दौरे के दौरान उन्हें व्हाइट हाउस में ही ठहराया गया था जो की राजकीय महमानो के लिए बहुत ही आम बात है। हालाकि आम वह नहीं था जो उन्होंने देखा। अपने टहराब के दौरान एक रात उनके दरवाजे पर खटखट हुई। उन्होंने देखा की दरवाजे पर कोई है। वह यह सोच भी नहीं पा रही थी की इतनी रात को कौन हो सकता है? उन्होंने दरवाजा खोला और खोलते ही सन रह गए। दरवाजे पर लिंकन खड़े थे। उनके मुँह से आवाज तक नहीं निकल पा रही थी।
केविन की पत्नी और विल्हेल्मिना की बात को नजरअंदाज कर दिया गया। लेकिन एक और आधिकारिक व्यक्ति था जिसने लिंकन को देखा था, यह थे ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री। अमेरिका के दौरे के दौरान वह एक दिन जैसे ही अपने बाथरूम से नहाकर निकले तो उन्होंने देखा की उनके कमरे में सिगड़ी जली हुई थी। प्रधानमंत्री यह दखकर बहुत आश्चर्य हो गए। उन्हें लगा की यह हरकत उनके किसी नौकर ने की है। वह तुरंत नौकर पर चिल्लाने ही वाले थे की तभी उन्होंने अचानक कुर्सी की तरफ नजर डाली। और उनके होश उड़ गए। उनके बयान के मुतविकट वहाँ लिंकन खड़े थे। लिंकन को देखते ही प्रधानमंत्री तेजी से भागे।
दोस्तों इनमे से किसी भी बात पर कोई सच्चाई नहीं है। क्यूंकि लिंकन का देहांत हो चूका है। लेकिन इस बात को रहस्य माना जाता। क्यूंकि जिन भी लोगों ने लिंकन को देखा उनका वह दौरा बहुत खास था चाहे वह नीदरलैंड हो या फिर ब्रिटेन। दोनों ही देश के जरूर काम से अमेरिका गए थे। अमेरिकियों की माने तो उनका लिंकन देखना एक इत्तेफ़ाक है। लेकिन एक थ्योरी और भी चलती है वह थ्योरी है की लिंकन के नाम पर लोगों को डराया गया। ताकि वह जरुरी काम न कर पाए और फोरेन अपने देश रवाना हो जाए।
व्हाइट हाउस की तैयारी | White House Mysterious Story in Hindi

व्हाइट हाउस को बनाया गया था 1792 में। तब व्हाइट हाउस की जगह चुनने वाले थे। अमेरिका के पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वाशिंगटन। वाशिंगटन ने यह जगह चुनी थी। वह दुनिया को दिखाना चाहते थे की दुनिया के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति का घर इतना ज्यादा शक्तिशाली हो सकता है। उन्होंने इसे मेहनत से बनवाया। लेकिन वह अपने इस शक्तिशाली घर में कभी रह नहीं पाए। यह घर बनकर 1800 में पूरा हुआ। तब तक जॉर्ज ने अपना कार्यालय और ज़िंदगी दोनों से विदा ले लिया। उनका कार्यालय लगभग 1797 में खत्म हुआ। और उन्होंने दुनिया को 1799 में अलविदा कहा था।
हालाकि जॉर्ज वाशिंगटन ने व्हाइट हाउस को दुनिया के सबसे खूबसूरत घरों में से एक बना दिया लेकिन व्हाइट हाउस पर एक काला दाग है जो की आज तक लगा हुआ है। वह दाग है की इसे दासो के जरिए बनवाया गया था। व्हाइट हाउस का निर्माण दासो ने किया था। यह दाग व्हाइट हाउस से कभी नहीं मिट सकता।
कई राष्ट्रपति ने व्हाइट हाउस को पसंद नहीं किया। इसके पीछे यह बजह भी रही। राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन कहते थे की यह एक सफेद जेल है।
इन सभी चीजों के अलावा व्हाइट हाउस से जुड़े कुछ और रहस्यमय बातें भी है। जैसे अगर इसके नाम की ही बात करें तो इसे कभी भी आधिकारिक तौर पर व्हाइट हाउस नहीं कहा गया। इसका नाम आधिकारिक तौर पर व्हाइट हाउस था ही नहीं। हालाकि व्हाइट हाउस को व्हाइट रखने में भी ज्यादा पैसे लगते है। व्हाइट हाउस को व्हाइट रखने के लिए लगभग 2 करोड़ रूपए खर्च करने पड़ते है। यह खर्च सिर्फ बाहरी दीवारों का ही है।
व्हाइट हाउस के सुरुवाती लगभग 100 सालो में हर राष्ट्रपति के हाथ में होता था की वह अपना ऑफिस और अपना कमरा चुन सकता है। पहले ऑफिस नहीं होते थे। पहले कमरे थे। और उन्हें ही राष्ट्रपतियों के मर्जी से किसी भी ऑफिस या किसी भी प्रकार के रूम में बदला जाता था।
व्हाइट हाउस के जाने माने रहने वालो में से एक लिंकन ही है जिनके बारे में इस पोस्ट में काफी बातें हुई। एक किस्सा उनसे जुड़ा यह भी है की जब लिंकन को चुनने के लिए कहा गया की किसी भी रूम को बैडरूम और ऑफिस के लिए चुनिए तब उन्होंने चुन लिया। उसके बाद वह लगातार अलग अलग कमरों में सोते रहे। लकिन अपने कार्यालय के दौरान एक बार भी लिंकन बैडरूम में नहीं सोए। लिंकन की ऐसी बहुत सारि बातें उन्हें बहुत अलग बनाती है।
तो दोस्तों यह थी व्हाइट हाउस के कुछ रहस्यमय कहानियाँ। आशा करता हूँ की आपको यह “White House Mysterious Story in Hindi | व्हाइट हाउस की कुछ रहस्यमय कहानी” अच्छी लगी होगी। अगर अच्छा लगे तो कमेंट जरूर करें और शेयर भी करें।
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